Periyar National Park
केरल का पेरियार राष्ट्रीय उद्यान (Periyar national park), जिसे पेरियार टाइगर रिजर्व भी कहा जाता है, दक्षिण भारत के सबसे प्रसिद्ध और खूबसूरत वन्यजीव अभयारण्यों में से एक है। इसकी अद्वितीय जैव विविधता, नेत्रदर्शी प्राकृतिक दृश्य, और अद्भुत वन्यजीवों के लिए यह पर्यटकों का प्रिय स्थल बन चुका है। इस ब्लॉग में, हम पेरियार वन्यजीव अभयारण्य की खासियत, जैव विविधता, गतिविधियाँ, और यात्रा के लिए जानकारी साझा करेंगे।
पेरियार का इतिहास (History of periyar)
पेरियार वन्यजीव अभयारण्य की स्थापना 1950 में हुई थी और इसे राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा 1982 में मिला। यह अभयारण्य पश्चिमी घाट पर्वतमाला के संरक्षण के तहत आता है और इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर (UNESCO WORLD HERITAGE) स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह क्षेत्र अपने गहरे जंगलों, झीलों, और जलवायु की विविधता के लिए जाना जाता है।
जैव विविधता (Biodiversity)

पेरियार राष्ट्रीय उद्यान Periyar National Park में जैव विविधता का एक अनुपम उदाहरण देखने को मिलता है। यहाँ पर बाघ, हाथी, तेंदुआ, मोर, बारहसिंगा, तथा कई अन्य वन्यजीव पाए जाते हैं। यहां की वनस्पति भी अत्यधिक विविध है, जिसमें सागवान, चंदन, और विभिन्न प्रकार के बांस शामिल हैं। यहाँ 260 प्रजातियों के पक्षी भी पाए जाते हैं, जो पक्षी प्रेमियों के लिए यह स्थल स्वर्ग के समान है।
पेरियार झील (Periyar lake)

पेरियार झील, जो इस अभयारण्य के मध्य में स्थित है, प्राकृतिक सौंदर्य का एक अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करती है। झील का निर्माण 1895 में चेक्काडा नदी पर बना बांध द्वारा किया गया था। यहां बोटिंग का अनुभव लेना और विभिन्न प्रकार के जल पक्षियों को देखना एक अनूठा अनुभव है। पर्यटक झील के किनारे बैठकर स्थानीय वन्यजीवों की गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
गतिविधियाँ (Activities)
पेरियार राष्ट्रीय उद्यान Periyar national park में अनेक गतिविधियों का आनंद लिया जा सकता है:

- वन्यजीव सफारी (Wildlife safari//: यहां बाघों, हाथियों और अन्य वन्यजीवों को देखने के लिए जीप या बस सफारी का विकल्प मौजूद है। यह सफारी आपके वन्यजीवों के नज़दीक लाने का अनुभव देती है।
- बोटिंग (Boating): पेरियार झील में बोटिंग करना एक अद्भुत अनुभव है। यहाँ की ताजगी और हरियाली आपको मन को शांति देती है।
- हाइकिंग और ट्रेकिंग (Hiking & tracking): पेरियार में कई ट्रेकिंग पथ उपलब्ध हैं। जंगल के बीच में ट्रेकिंग करना और प्रकृति की सुंदरता में खो जाना एक अद्भुत अनुभव है।
- बर्ड वॉचिंग (Bird watching): यहाँ पर पाए जाने वाले विभिन्न पक्षियों की प्रजातियाँ बर्ड वॉचर्स के लिए स्वर्ग जैसी हैं। पर्यटक अपने बिनोक्यूलर्स के साथ जंगल में रहते हुए पक्षियों की अद्भुत कृति का आनंद ले सकते हैं।
- संस्कृतिक गतिविधियाँ (Cultural Activities): स्थानीय आदिवासी संस्कृति को अनुभव करने के लिए गांवों में जाकर वहाँ की पारंपरिक कलाओं और खेलों का आनंद लिया जा सकता है।
यात्रा की जानकारी (Information travel)
पेरियार राष्ट्रीय उद्यान (Periyar national park) , जो केरल राज्य के इडुक्की जिले में स्थित है, एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। यहाँ पहुँचने के लिए विभिन्न तरीके हैं जैसे:
1. हवाई मार्ग (By Aeroplane):
- निकटतम एयरपोर्ट(Airport) : कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Cochin International Airport) पेरियार नेशनल पार्क से लगभग 190 किलोमीटर दूर है। एयरपोर्ट से आप टैक्सी या बस द्वारा पार्क तक पहुँच सकते हैं।
2. रेल मार्ग (By Train):
- निकटतम रेलवे स्टेशन: कुमली रेलवे स्टेशन (Kumily) पेरियार नेशनल पार्क के नजदीक स्थित है, जो लगभग 4 किलोमीटर दूर है। यहाँ से आप टैक्सी या ऑटो रिक्शा द्वारा पार्क तक पहुँच सकते हैं।
- अन्य प्रमुख रेलवे स्टेशन: चांगनाशेरी, तिरुवनंतपुरम, और कोट्टायम (जो लगभग 100-150 किलोमीटर दूर हैं) से भी बस या टैक्सी द्वारा पेरियार पहुँच सकते हैं।
3. सड़क मार्ग (By Road):
- सीधे बस मार्ग: कोच्चि, त्रिवेंद्रम, और कोट्टायम से पेरियार नेशनल पार्क के लिए नियमित सरकारी और निजी बस सेवाएं उपलब्ध हैं।
- निजी वाहन: आप कोच्चि, त्रिवेंद्रम, या मदुरई से टैक्सी या ड्राइव करके पेरियार नेशनल पार्क तक पहुँच सकते हैं। यह मार्ग दर्शाता है कि रोड ट्रिप का अनुभव भी खास हो सकता है।
4. पार्क में प्रवेश (Entrance to the park):
- पेरियार नेशनल पार्क में प्रवेश के लिए पेरियार वाइल्डलाइफ सेंटर (Periyar Wildlife Sanctuary) स्थित कुमली में प्रवेश की व्यवस्था है।
- यहाँ पर सफारी और नाव की सवारी के लिए भी विशेष आयोजन किए जाते हैं, जो पार्क में वन्यजीवन के अनुभव को और रोमांचक बनाते हैं।
इस प्रकार, पेरियार नेशनल पार्क (Periyar national park) में पहुंचने के लिए हवाई, रेल और सड़क मार्ग का उपयोग किया जा सकता है, और आप अपनी सुविधा के अनुसार यात्रा की योजना बना सकते हैं।
यात्रा का उत्तम समय (Best time to visit):
पेरियार वन्यजीव अभयारण्य की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मई तक है। इस दौरान मौसम सुहावना होता है और वन्यजीवों को देखने के लिए अनुकूल स्थिति होती है।
स्थानीय संस्कृति और भोजन (Local culture and cuisine)
पेरियार क्षेत्र की स्थानीय संस्कृति अद्वितीय है। यहाँ के आदिवासी लोग अपनी सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखते हुए पर्यटकों का स्वागत करते हैं। स्थानीय व्यंजन जैसे कि अप्पम, आइडली, और कॉन्ट्टू (चावल से बने विभिन्न प्रकार के व्यंजन) का स्वाद लेना ना भूलें।
सुरक्षा और संरक्षण (Safety and Conservation)
पेरियार नेशनल पार्क (Periyar national park) में वन्य जीवों के संरक्षण के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। यहाँ के रेंजर्स और संरक्षणकर्ता लगातार कार्यरत रहते हैं ताकि वन्य जीवों का संरक्षण किया जा सके। पर्यटकों से भी अपेक्षा की जाती है कि वे जंगल में सफारी के दौरान सतर्क रहें और स्थानीय नियमों का पालन करें।
निष्कर्ष (Conclusion)
पेरियार नेशनल पार्क Periyar national park न केवल वन्यजीवों का आश्रय स्थल है, बल्कि यह प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता(Biodiversity) का समृद्ध उदाहरण प्रस्तुत करता है। यहाँ की हरियाली, जीव-जंतु, और सांस्कृतिक विविधता (Cultural Biodiversity) इसे एक प्रमुख पर्यटक स्थल बनाता है। यदि आप प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों (Wildlives) के प्रेमी हैं, तो पेरियार वन्यजीव अभयारण्य आपकी यात्रा की सूचि में अवश्य होना चाहिए। यहाँ की ताजगी और शांति का अनुभव करने के लिए एक बार अवश्य जाएँ और इस अद्भुत प्रकृति के साथ अपने संबंध को और मजबूत करें।
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