झारखंड के पारंपरिक व्यंजन:जो आपकी भूख को शांत कर देगी

झारखंड के प्रसिद्ध भोजन Famous food of Jharkhand

झारखंड, जो भारत के पूर्वी क्षेत्र में स्थित है, अपनी प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और विविधताओं के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के पारंपरिक व्यंजन न केवल स्वाद में लाजवाब होते हैं, बल्कि इन्हें तैयार करने में स्थानीय संसाधनों का पूरी तरह से उपयोग किया जाता है। झारखंड के खाने में खासतौर पर चावल, तिल, मांसाहारी व्यंजन और विभिन्न प्रकार की पत्तियां और सब्जियाँ प्रमुख होती हैं।

झारखंडी व्यंजन की विशेषताएं:

झारखंड के पारंपरिक व्यंजन Jharkhandi Cuisine अपनी प्राकृतिक सामग्रियों और अनोखी तैयारी विधियों के लिए मशहूर हैं। यहाँ के व्यंजनों में मुख्यतः चावल, मक्का और दाल का उपयोग होता है, और इनमें विभिन्न स्थानीय मसालों का समावेश होता है। “लिट्टी चोखा” और “धुस्का” जैसे व्यंजन खासतौर पर लोकप्रिय हैं। झारखंड के व्यंजनों में सरसों के तेल का प्रयोग और जंगली सब्जियों का समावेश इन्हें विशेष बनाता है। यहाँ की मिठाइयों, जैसे “तिल और गुड़ के लड्डू” और “रसगुल्ला”, में भी एक अलग स्वाद होता है, जो राज्य की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है।

1. लिट्टी चोखा Litti-Chokha

Litti Chokha A favorite bihari dish is kept on plate

लिट्टी चोखा झारखंड का एक प्रमुख पारंपरिक व्यंजन Traditional Food है, जिसे खासतौर पर बिहार और उत्तर प्रदेश में भी पसंद किया जाता है। लिट्टी में गेहूं के आटे से तैयार छोटी सी गोल बॉल्स होती हैं, जिन्हें सत्तू (भुने हुए चने का आटा), हरी मिर्च, लहसुन और मसालों से भरकर पकाया जाता है। चोखा में आमतौर पर उबली हुई या भुनी हुई सब्जियों (बैंगन, आलू, टमाटर) को मसालों के साथ मिलाकर तैयार किया जाता है। यह व्यंजन आमतौर पर घी या मख्खन के साथ परोसा जाता है, जो इसे और भी स्वादिष्ट बना देता है।

2. धान का दलिया

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झारखंड में चावल का बहुत महत्व है और यह व्यंजन चावल से बना एक पौष्टिक दलिया होता है। इसे खासतौर पर ठंडे मौसम में खाया जाता है। इसमें ताजे मौसम की सब्जियाँ, मसाले और घी डालकर तैयार किया जाता है। यह हल्का, स्वादिष्ट और सेहतमंद होता है। झारखंड के ग्रामीण इलाकों में यह एक प्रिय नाश्ता है, जिसे सुबह के समय ताजे दही या छाछ के साथ खाया जाता है।

3. आलू का पिठा

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पिठा झारखंड के पारंपरिक व्यंजन Traditional Food of Jharkhand में से एक है, जिसे मुख्यतः चावल के आटे से तैयार किया जाता है। आलू का पिठा विशेष रूप से सर्दी के मौसम में खाया जाता है। इसमें उबले हुए आलू, मसाले और चावल के आटे का मिश्रण बनाकर गोल आकार में तैयार किया जाता है, फिर इसे तला या भाप में पकाया जाता है। यह व्यंजन स्वाद और सेहत दोनों के लिए अच्छा होता है।

4. मटन करी Mutton curry

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झारखंड का मटन करी एक स्वादिष्ट और पारंपरिक मांसाहारी व्यंजन है, जिसे मटन (बकरा या भेड़ का मांस) को मसालों, अदरक-लहसुन, हरी मिर्च, टमाटर और अन्य स्थानीय मसालों के साथ पकाकर तैयार किया जाता है। यह करी गाढ़ी और तीव्र स्वाद वाली होती है, जिसे आमतौर पर चावल या रोटी के साथ परोसा जाता है। झारखंड के ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में यह व्यंजन खासतौर पर त्योहारों और विशेष अवसरों पर बनता है और इसका स्वाद समृद्ध और लाजवाब होता है।

5. धूप चिउड़ा

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झारखंड के पहाड़ी इलाकों में धूप चिउड़ा एक लोकप्रिय पारंपरिक व्यंजन है। इसे चिउड़े (मुरमुरा) को ताजे घी में पकाकर और स्वादिष्ट मसालों के साथ मिलाकर तैयार किया जाता है। यह हल्का, कुरकुरी और स्वादिष्ट होता है, और खासतौर पर ताजे मसाले डालकर पकाया जाता है। इसे नाश्ते के तौर पर या चाय के साथ खाया जा सकता है।

6. गुड-तिल की मिठाई

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झारखंड में तिल और गुड़ का सेवन विशेष रूप से सर्दी के मौसम में किया जाता है। गुड़-तिल की मिठाई बनाने के लिए तिल को गुड़ में मिला कर पकाया जाता है, फिर उसे ठंडा करके छोटे टुकड़ों में काटा जाता है। यह मिठाई न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि सर्दी में शरीर को गर्म रखने के लिए भी फायदेमंद होती है।

7. ठेकुआ Thekua

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ठेकुआ का नाम झारखंड के पारंपरिक व्यंजन Famous food of Jharkhand में शामिल है, जिसे खासतौर पर छठ पूजा के दौरान बनाया जाता है। यह गुड़, आटा और घी से बनता है, और इसे तलकर कुरकुरा और स्वादिष्ट बनाया जाता है। ठेकुआ का स्वाद शहद जैसा होता है, और यह स्वाद में मीठा और कुरकुरा होता है।

8. कढ़ी Kadhi

Kadhi-Bati in झारखंड के पारंपरिक व्यंजन:जो आपकी भूख को शांत कर देगी

कढ़ी झारखंड का एक साधारण लेकिन स्वादिष्ट व्यंजन है, जिसमें बेसन (चना आटा), दही और मसालों का उपयोग किया जाता है। इसे चावल के साथ परोसा जाता है, और इसमें खासतौर पर हरी मिर्च, अदरक, लहसुन और धनिया डालकर स्वाद बढ़ाया जाता है। यह एक पारंपरिक व्यंजन है जो हर घर में बनता है और बहुत ही स्वादिष्ट होता है। झारखंड के पारंपरिक व्यंजन अपने खासियत के लिए पूरे भारत मे मशहूर है।

9. लाल मिर्च की चटनी

बिहार की चटनी और अचार झारखंड के पारंपरिक व्यंजन:जो आपकी भूख को शांत कर देगी

झारखंड के लोग अपनी भोजन में मसालेदार स्वाद को पसंद करते हैं। लाल मिर्च की चटनी एक ऐसी चटनी है जो विभिन्न प्रकार के व्यंजनों के साथ खाई जाती है। यह चटनी ताजे लाल मिर्च, लहसुन, जीरा और अन्य मसालों से तैयार की जाती है। इसे सादा रोटी, चावल या किसी भी खाने के साथ खाया जा सकता है।

10.धुस्का (Dhuska)

झारखंड के पारंपरिक व्यंजन:जो आपकी भूख को शांत कर देगी

धुस्का झारखंड का एक पारंपरिक और लोकप्रिय व्यंजन है, जो खासकर त्योहारों और विशेष अवसरों पर बनाया जाता है। यह चावल और चने के आटे से तैयार होता है, जिसे दही, अदरक, हरी मिर्च और मसालों के साथ घोलकर तला जाता है। धुस्का स्वाद में हल्का और कुरकुरा होता है और इसे आमतौर पर आलू चोखा, चटनी या मांसाहारी व्यंजनों के साथ परोसा जाता है। यह झारखंड के ग्रामीण इलाकों में खासतौर पर नाश्ते या हल्के भोजन के रूप में खाया जाता है।

11.चिलिका रोटी (chilka roti)

झारखंड के पारंपरिक व्यंजन:जो आपकी भूख को शांत कर देगी

चिलिका रोटी झारखंड का एक प्रसिद्ध और पारंपरिक व्यंजन है, जो खासकर ग्रामीण इलाकों में लोकप्रिय है। यह चावल के आटे से बनाई जाती है, जिसमें ताजे हरे धनिये, तिल और मसालों का मिश्रण डाला जाता है। चिलिका रोटी का स्वाद हल्का और मसालेदार होता है, और इसे आमतौर पर दाल, चटनी या सब्जियों के साथ खाया जाता है। यह रोटी झारखंड के आदिवासी समुदायों में विशेष रूप से त्योहारों और पारंपरिक अवसरों पर बनाई जाती है और यह पोषक तत्वों से भरपूर होती है। चिलिका रोटी स्थानीय भोजन संस्कृति का अहम हिस्सा है और इसे हर घर में बनाया जाता है।

निष्कर्ष conclusion

झारखंड के पारंपरिक व्यंजन न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि ये स्थानीय कृषि और संसाधनों का भी बेहतरीन उपयोग करते हैं। इन व्यंजनों में उपयोग किए जाने वाले ताजे मसाले, चावल, तिल, और गुड़ जैसे तत्व इस राज्य की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं। झारखंड के इन स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेने के लिए हमें इन पारंपरिक व्यंजनों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।

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