होली भारतीय इतिहास के सबसे पसंदीदा त्यौहारों में से एक है आइए जानते हैं होली से जुड़े कुछ रोचक बातों कोण को 

महाशिवरात्रि 2025 

होली, रंगों और खुशियों का त्योहार है, जो भारत ही नहीं, दुनियाभर में मनाया जाता है।

रंगों का त्योहार 

होली से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।

होलिका दहन:

होली के रंग पहले फूलों और पौधों से बनाए जाते थे, जैसे पलाश के फूल और हल्दी।

प्राकृतिक रंगों का प्रयोग: 

होली भगवान श्री कृष्ण और राधा के प्रेम में रंगों की मस्ती और उल्लास का प्रतीक है।

कृष्ण और राधा की लीला:

ठंडाई में भांग मिलाना होली की परंपरा का हिस्सा है, जो इस दिन के उल्लास को और बढ़ाता है।

भांग का सेवन:

इस दिन गुझिया, गुलाब जामुन और रसगुल्ला जैसी मीठी वस्तुएं बांटी जाती हैं।

मिठाइयों का आदान-प्रदान:

होली हर राज्य में अलग-अलग तरीके से मनाई जाती है, जैसे उत्तर भारत में रंग और पानी की मस्ती, जबकि दक्षिण भारत में खास पूजा होती है।

विविधता का प्रतीक:

होली में बच्चे रंगों और पानी से खेलते हैं, जिसमें गुलाल और पानी की बौछारें शामिल होती हैं।

बच्चों का खेल:

होली को मनाने के पीछे एक गहरी आध्यात्मिक परंपरा है, जिसमें बुराई से मुक्ति और अच्छाई की जीत का संदेश दिया जाता है।

आध्यात्मिक महत्व:

होली पर लोग गाते-बजाते और नाचते-झूमते हुए रंग खेलते हैं, जिससे एक अद्भुत उत्सव का माहौल बनता है।

संगीत और नृत्य: